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Nathula Pass II india china border  II हिमालय की गोद में बसा दर्रा नाथू ला पास II भारत इन्डो चाइना बॉर्डर

नमस्कार दोस्तों मैं R K PODDAR स्वागत करता हूँ आप सभी का हमारा चैनल R K  दुनिया में।।


हाई दोस्तों बहुत बहुत स्वागत हाई आप सभी का हमारे चैनल R K नई दुनिया में ! आज मैं फिर एक बहुत ही सूंदर आर्टिकल ले के आया हु ! इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को हिमालय की गोद में बसा एक बहुत सुन्दर और ठंडी जगह के बारे में बताऊंगा ! 

जिसका नाम है नाथुला पास ! भारत इन्डो चाईना बॉडर के नाम से भी जाना जाता है ! तो दोस्तों आप लोगो ने अभी तक हमारे चैनल को फोल्ल्वो नहीं किया है तो फोल्ल्वो कर ले ! जिससे की इसी तरह के आर्टिकल आप सभी तक सबसे पहले पहुंच सके !

हिमालय की गोद में बसा एक पहाड़ी दर्रा नाथू ला यह भारत को तिब्बत से जोड़ता है. नाथू ला दर्रे की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 14,140 फीट है. तिब्बती भाषा में नाथू का मतलब 'सुनने वाले कान' और ला का मतलब 'दर्रा' होता है.

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रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस दर्रे पर भारत और चीन के जवान हमेशा तैनात रहते हैं. नाथुला रूट वह जगह है जो कभी सिल्क रूट के नाम से पूरी दुनिया में विख्यात था। 

वही सिल्क रूट, जिससे होते हुए ह्वेनसांग , फाहियान और मार्कोपोलो भारत आये थे और बौद्ध धर्म दुनिया के दूसरे हिस्सों तक पहुँचा था।

नाथूला हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत के सिक्किम राज्य और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है। 

यह दर्रा सिक्किम की राजधानी गान्तोक शहर से तकरीबन 54 कि॰मी॰ पूरब में स्थित है। केवल भारतीय नागरिक ही यहाँ जा सकते हैं और इसके लिए भी उन्हें गान्तोक से (पास) बनवाना होता है।

नाथू ला दर्रा, चीन और भारत के बीच आपसी समझौतों द्वारा स्थापित तीन खुले व्यापार की चौकियों में से एक है, जबकि दो अन्य हैं - हिमाचल प्रदेश में शिपकी ला और उत्तराखण्ड स्थित लिपु लेख हैं । 

नाथू ला दरे को 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद बंद कर दिया गया थाः साल 2006 में कई द्विपक्षीय व्यापार समझौतों के बाद नाथू ला दर्रे को खोल दया गया। 

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दर्रे को खोला जाना हिन्दू और बौद्ध तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हो गया क्योंकि यह दर्रा इस क्षेत्र में मौजूद कई तीर्थ स्थनो की दूरी कम कर देता है, साथ ही इसके खुलने से भारत-चीन द्विपक्षीय व्यापार बढ़ने के कारण इस इलाके की अर्थव्यवस्था को गति मिलने की आशा की गयी थी हालाँकि, व्यापार कुछ ख़ास वस्तुओं तक ही सीमित है और सप्ताह के कुछ ही दिन यह मार्ग व्यापार हेतु खोला जाता है। 

अगर आप इस स्थान पर घुमना चाहते हैं तो सिकीम टूरिस्ट डिपार्टमैंट से सीधा संपर्क कर सकते हैं हमारे डिसकृपसन में फोन नंबर और बैब साइड लिंक मिल जायेगा।। और अधिक जानकारी के लिए आप हमे इस नंबर पर कौल कर सकते हैं ।।

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तो धन्यवाद दोस्तों यह आर्टिकल को पढ़ने के लिए आशा करता हूँ यह आर्टिकल आप सभी को पसंद आया होगा अगर पसंद आया हो तो लाईक शेयर ओर कमेनट करे और हमारा चैनल अभी तक फोल्ल्वो नही किया है तो फोल्ल्वो कर लें ! 

धन्यवाद दोस्तों 
जय हिंद जय भारत


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