सिलीगुड़ी : 8वीं वाहिनीं सशस्त्र सीमा बल खपरैल के बाह्य सीमा चौकी बरामनीरामजोत में भारत सरकार के शहद मिशन एवं राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन के तहत महानिरक्षक सीमाना मुख्यालय सिलीगुड़ी के मार्ग दर्शन पर वाहिनी के कमांडेंट मितुल कुमार द्वारा मंगलवार को
वाहिनीं के सीमा चौकी में पांच दिवसीय 12/11/24 से 16/11/24 तक मधुमक्खी पालन कार्यशाला का शुभारम्भ उप कमांडेंट ओम प्रकाश सिंह के उपस्थिति में उद्घाटन समारोह किया गया। इस कार्यशाला में क्षेत्रक मुख्यालय रानीडांगा स्तरीय विभिन्न वाहिनींयो के 12 जवानों को मधुमक्खी पालन करने के तरीके सिखाएं जायेंगे।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत सभी जवान सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित एसएसबी के विभिन्न सीमा चौकियों के ग्रामीणों को मधुमक्खी का पालन का सहायता करने में अहम् योगदान के साथ ही साथ सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को मधुमक्खी पालन करने के तरीके भी सिखायेंगे। सीमावर्ती क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराने में मधुमक्खी पालन एक कारगर कदम है।
मधुमक्खी पालन एक ऐसा क्षेत्र है जो किसानों को नए और सस्ता साधनों की प्रदान करके उन्हें समृद्धि की ओर पंहुचा सकता है। इसके अलावा यह स्वास्थ के लिए फायदेमंद है क्योकि मधुमक्खी का शहद एक स्वास्थ और प्राकृतिक उपचार के रूप में भी प्रयुक्त होता है।
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